The 2-Minute Rule for durga chalisa in hindi
The 2-Minute Rule for durga chalisa in hindi
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महाभारत में कर्ण ने श्रीकृष्ण से पूछा?
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
एक देश की धरती अपने सुगंध व प्यार को पक्षियों के माध्यम से दूसरे देश को भेजकर सद्भावना का संदेश भेजती है। धरती अपनी भूमि में उगने वाले फूलों की सुगंध को हवा से, पानी को बादलों के रूप में भेजती है। हवा में उड़ते हुए पक्षियों के पंखों पर प्रेम-प्यार की सुगंध तैरकर दूसरे देश तक पहुँच जाती है। इस प्रकार एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
It is your decision; there isn't any distinct rule to reciting Hanuman Chalisa. The more you repeat, the more you come to be close to Lord Hanuman. Your head really should generally be a hundred% centered on the Chalisa whilst reciting to working experience the grace of God.
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
तेरे बि
पण्डित त्रयोदशी durga puja को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
महाबीर जब नाम सुनावै ॥२४॥ नासै रोग हरै सब पीरा ।